सरपंच की लापरवाही से बच्चे की मौत?मामला आसरा पंचायत का
डोंगरगांव-
मामला ग्राम पंचायत आसरा का है,जहाँ गांव में बने आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 4 के सैप्टिक टैंक में डूबने से एक ढाई साल के बच्चे की मौत हो गयी है,विश्वत सूत्रों से जानकारी अनुसार घटना आज दोपहर 1 से 2 बजे की है जहाँ पास में ही खेल रहे ढाई साल का भरत कुमार पिता सतीश कुमार कंवर आंगनबाड़ी में बने सैप्टिक टैंक में जा गिरा जिससे उसकी मौत हो गयी। मृतक बालक सतीश कुमार के साथ एक अन्य बच्चा और था जो गिरने से बच गया,सतीश के गड्ढे में गिरने के बाद दूसरा बच्चा वही खड़ा होकर रो रहा था जिसे सड़क से गुजर रहे एक महिला ने देखा और आंगनवाड़ी सहायिका को इसकी जानकारी दी,सहायिका ने सैप्टिक टैंक में गिरे बच्चे को पहचान कर उसके दादा को सूचना दी तब जाकर बच्चे के दादा ने सैप्टिक टैंक से बच्चे को बाहर निकाला। आनन फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया और सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र पहुचाया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
*सरपंच की लापरवाही के कारण हुई बच्चे की मौत*
आंगनबाड़ी में बने सैप्टिक की टैंक शुरू से खुला हुआ है। सरपंच अहिल्या राजाराम पंचारी को कई बार सूचना एवं शिकायत के बाद भी टैंक का ढक्कन नही लगाया था। सरपंच ने हमेशा ही यह बोलकर टाल दिया कि बाद में करेंगे। और आज इसका खामियाजा एक परिवार को अपने लाल को खोकर चुकाना पड़ा। आंगनबाड़ी वर्कर एवं सहायिका ने बताया कि खुले टैंक को हमने अस्थायी व्यवस्था बनाकर उसमें पत्थर ढंक दिया था किंतु उसको भी किसी ने चोरी कर लिया। सरपंच को सूचना देने के बाद भी टैंक ढकने के लिए सरपंच अहिल्या बाई ने कोई प्रयास नही किया।
*बच्चे की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन* ?
ग्राम आसरा में हुई इस दर्दनाक घटना की जिम्मेदार आखिर कोंन है ?क्या टैंक का ढक्कन लगा होता तो आज बच्चे की जान जाती ? एक परिवार का चिराग बुझता ? नही ,लेकिन इस सबसे बेपरवाह सरपंच को आखिर इससे क्या ! जान तो दूसरे की बच्चे की गई है।
*सरपंच ने नही उठाया फोन*
जब इस संबंध में पत्रकारों ने सरपंच से जानकारी लेनी चाही तो सरपंच अहिल्या राजाराम पंचारी ने फोन उठाना उचित नही समझा।
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