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यह पहली सरकार है जिसने संस्कृति को सहेजा, गौठान और हमारी परंपरा का गौरव लौटाया : मदन साहू

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यह पहली सरकार है जिसने संस्कृति को सहेजा, गौठान और हमारी परंपरा का गौरव लौटाया : मदन साहू राजनांदगांव।[दीपक वैष्णव] डोंगरगांव तहसील के ग्राम तुमड़ीबोड़ स्थित धान संग्रहण केंद्र में बीते दिनों हर्षोल्लास से छत्तीसगढ़ गौरव दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम के अतिथि जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष मदन साहू ने यहां हितग्राहियों किसानों को जैविक खाद बीज का वितरण किया। इसके साथ ही स्वेच्छानुदान राशि के चेक का वितरण भी उनके द्वारा किया गया। इस अवसर पर मदन साहू ने कहा कि, धान का कटोरा कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों को न्याय और उपज का सही दाम हासिल हो सका है। यह पहली सरकार है जिसने हमारी संस्कृति को बढ़ावा दिया। आज हर बड़ी योजनाओं का शुभारंभ पवित्र और देवस्थल गौठान से किया जा रहा है। श्रमिक दिवस पर बोरे-बासी का मान पूरे देश में बढ़ाकर हमारी परंपरा को सम्मानित किया गया। असल में इन फैसलों ने छत्तीसगढ़ का गौरव लौटाया है। आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों व समिति सदस्यों ने अतिथियों का मंच पर स्वागत किया। छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ महतारी की उपासना की गई। यहां

बंद फैक्ट्री में पुलिस को मिला जर्दा-गुटखा का भंडार, छापेमारी में 82 लाख का सामान जब्त

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बंद फैक्ट्री में पुलिस को मिला जर्दा-गुटखा का भंडार, छापेमारी में 82 लाख का सामान जब्त   राजनांदगांव। 1st khanar News: नशा उन्मूलन और अवैध गतिविधियों के रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमनी थाना क्षेत्र के जोरातराई कोपेडीह मार्ग में पुलिया के पास एक बंद फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई की है। जिसमें पुलिस को जर्दा गुटखा का खजाना मिला है। करीब 82 लाख 14 हजार 819 रुपये की सामग्री यहां से पुलिस ने बरामद की है। बंद फैक्ट्री के भीतर रात में जर्दा गुटखा बनाने का काम होता था। इसकी सूचना मिलते ही सीएसपी अमित पटेल के साथ सोमनी, कोतवाली, लालबाग और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने दबिश देकर छापामार कार्रवाई की है। पुलिस ने राजस्थान नागोर के डेगाना थाना के ग्राम मांजी निवासी फैक्ट्री के सुपरवाइजर भंवर लाल चौधरी को नोटिस जारी कर फैक्ट्री को सील किया है। दिन में बंद रात में चालू होता था काम खबर है कि बंद फैक्ट्री में दिन के उजाले में कोई काम नहीं होता था। फैक्ट्री बंद रहती थी, लेकिन भीतर सामान की लोडिंग-अपलोडिंग का काम होता था। यही नह