दिवाली पर की जाने वाली हनुमान पूजा
दिवाली पूजा से एक दिन पहले, भारत के कुछ हिस्सों में विशेष रूप से गुजरात में हनुमान जी की पूजा की जाती है।
वर्ष 2022 में हनुमान पूजा की तिथि - 23 अक्टूबर, रविवार
दीपावली हनुमान पूजा का मूहूर्त - 23 अक्टूबर 11:40 PM से 24 अक्टूबर 12:31 AM तक
हनुमान पूजा का महत्व :
हनुमान पूजा और काली चौदस की पूजा एक ही दिन की जाती है। ऐसा माना जाता है कि काली चौदस अर्थात दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी की रात में नकारात्मक शक्तियां सबसे शक्तिशाली होती हैं। इन नकारात्मक ऊर्जाओं से लड़ने की शक्ति देने वाले भगवान हनुमान जी की पूजा शक्ति, सिद्धि और सभी प्रकार की बुरी आत्माओं से सुरक्षा पाने के लिए की जाती है।
एक अन्य किवदंती के अनुसार, रावण के अत्याचारों से सबको मुक्त करवाने और भाई लक्ष्मण और देवी सीता सहित अपने चौदह वर्ष के वनवास को पूरा करने के बाद भगवान राम की अयोध्या वापसी के उत्सव के रूप में दिवाली मनाई जाती है।
हनुमान जी प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हैं। उनके जैसा कोई भक्त संसार में कोई दूजा नहीं हुआ। हनुमान जी की अद्वितीय भक्ति और समर्पण से प्रभु श्रीराम बहुत अभिभूत हुए और उन्होंने प्रसन्न होकर हनुमान जी को उनके पहले पूजे जाने का आशीर्वाद दिया।
इसलिए लोग दिवाली के उत्सव से एक दिन पहले भगवान हनुमान की पूजा करके उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।
इस दिन भगवान हनुमान को सिंदूर और चमेली का तेल विशेष रूप से अर्पित करें।
इस दिन हनुमान चालीसा सुनें या इसका पाठ करें। साथ ही श्रीराम की स्तुति करके उनका स्मरण अवश्य करें।
इस दिन आप अपने घर के निकट हनुमान मंदिर पर भगवा रंग की ध्वजा भी चढ़ा सकते हैं।
हनुमान जी के कई भक्त श्रीराम नाम का जाप करते हैं, ताकि उन्हें प्रभु की असीम कृपा प्राप्त हो सकें। आशा है कि छोटी दिवाली पर की जाने वाली यह पूजा सभी बुरी बालाओं से आपके सम्पूर्ण परिवार की रक्षा करेगी।
शुभ दीपावली!
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दीपक वैष्णव (मोनु दाऊ)
आसरा
मोबाइल नंबर ---
7803030002
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