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सरेआम ढिशुम-ढिशुमः सड़क किनारे 3 लड़कियों ने एक लड़की का बाल खींचकर जमकर पीटा, देखें पिटाई का वीडियो

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अम्बिकापुर के देवीगंज रोड़ पर लड़कियों के बीच जमकर मारपीट करने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में देखा जा रहा है कि, 3 लड़कियां एक लड़की के बाल खींचकर रोड किनारे लेटाकर जमकर पिटाई कर रही हैं. जानकारी के अनुसार, मारपीट करने मामला अम्बिकापुर कोतवाली थाना अंतर्गत का है. जहां मोबाइल चोरी के शक में तीन लड़कियों ने अपनी ही दोस्त की जमकर पिटाई कर दी. लोगों के बीच-बचाव और पुलिस के आने के बाद मामला शांत हुआ. फिलहाल मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है.

बंद फैक्ट्री में पुलिस को मिला जर्दा-गुटखा का भंडार, छापेमारी में 82 लाख का सामान जब्त

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बंद फैक्ट्री में पुलिस को मिला जर्दा-गुटखा का भंडार, छापेमारी में 82 लाख का सामान जब्त   राजनांदगांव। 1st khanar News: नशा उन्मूलन और अवैध गतिविधियों के रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमनी थाना क्षेत्र के जोरातराई कोपेडीह मार्ग में पुलिया के पास एक बंद फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई की है। जिसमें पुलिस को जर्दा गुटखा का खजाना मिला है। करीब 82 लाख 14 हजार 819 रुपये की सामग्री यहां से पुलिस ने बरामद की है। बंद फैक्ट्री के भीतर रात में जर्दा गुटखा बनाने का काम होता था। इसकी सूचना मिलते ही सीएसपी अमित पटेल के साथ सोमनी, कोतवाली, लालबाग और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने दबिश देकर छापामार कार्रवाई की है। पुलिस ने राजस्थान नागोर के डेगाना थाना के ग्राम मांजी निवासी फैक्ट्री के सुपरवाइजर भंवर लाल चौधरी को नोटिस जारी कर फैक्ट्री को सील किया है। दिन में बंद रात में चालू होता था काम खबर है कि बंद फैक्ट्री में दिन के उजाले में कोई काम नहीं होता था। फैक्ट्री बंद रहती थी, लेकिन भीतर सामान की लोडिंग-अपलोडिंग का काम होता था। यही नह

https://youtu.be/rbLFLdi2VE0

Bageshwar dham https://youtu.be/rbLFLdi2VE0

दिवाली पर की जाने वाली हनुमान पूजा

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दिवाली पूजा से एक दिन पहले, भारत के कुछ हिस्सों में विशेष रूप से गुजरात में हनुमान जी की पूजा की जाती है। वर्ष 2022 में हनुमान पूजा की तिथि - 23 अक्टूबर, रविवार दीपावली हनुमान पूजा का मूहूर्त - 23 अक्टूबर 11:40 PM से 24 अक्टूबर 12:31 AM तक हनुमान पूजा का महत्व : हनुमान पूजा और काली चौदस की पूजा एक ही दिन की जाती है। ऐसा माना जाता है कि काली चौदस अर्थात दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी की रात में नकारात्मक शक्तियां सबसे शक्तिशाली होती हैं। इन नकारात्मक ऊर्जाओं से लड़ने की शक्ति देने वाले भगवान हनुमान जी की पूजा शक्ति, सिद्धि और सभी प्रकार की बुरी आत्माओं से सुरक्षा पाने के लिए की जाती है। एक अन्य किवदंती के अनुसार, रावण के अत्याचारों से सबको मुक्त करवाने और भाई लक्ष्मण और देवी सीता सहित अपने चौदह वर्ष के वनवास को पूरा करने के बाद भगवान राम की अयोध्या वापसी के उत्सव के रूप में दिवाली मनाई जाती है। हनुमान जी प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हैं। उनके जैसा कोई भक्त संसार में कोई दूजा नहीं हुआ। हनुमान जी की अद्वितीय भक्ति और समर्पण से प्रभु श्रीराम बहुत अभिभूत हुए और उन्होंने प्रसन

छत्तीसगढ़ी (कविता)गरीब के देवारी तिहार

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छत्तीसगढ़ी (कविता)गरीब के देवारी तिहार ***************************************** गरीब मन के देवरी तिहार, लिपे अउ पोते अंगना दुवार। कुम्हड़ा कोचई मही में राधे, बरा बर बोरे उरीद के दार।। लकर- धकर दशराहा मनागे, तर्रा- कोपरा होगे खेत खार। कातिक महिना कतको काम, लकठा में हे देवारी तिहार।। माटी के घर में माटी कुरिया, छाजन तरी लगे हे मियार। छानी के ऊप्पर बेंदरा कूदई, कांड कठवा में लग्गे दियांर।। ठूठी बुहारी अउ टूटहा सूपा, ओन्हा - कोंन्हा घूमे घर द्वार। कचरा खोजत जोजन परगे, बिजली बंद तो चिमनी बार।। साल भर में आथे देवारी, सियान चिंता लइका हुशियार। देवारी तिहार मनाय नइ हे, जेठौनी में खाबोन खुशियार।।  लइका सियान नवा कपड़ा, फटाका धलो नइ मिले उधार। गरीब के देवारी गर्मजोशी, तैयारी में होथे घर के सुधार।। कमइया किसान करजा बुडे, बनाना हे कोठार खम्हियार। हरियर धान सोनहा बाली, खिचड़ी खवात होथे मुंधियार।। उत्ता धूर्रा संझौती के बेरा, गोरधन खुंदाय राऊत ठेठवार। बैगा गुनिया सब देवता झूपे, जोर से सीटी बजाय कोटवार।। बजनिया मन जोर से बजाव, डांग -डोरी वाले
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कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज शहर में चल रहे सड़क मरम्मत कार्य का गहन निरीक्षण किया। - पीडब्ल्यूडी एवं नगर निगम को तेजी से कार्य करने के दिए निर्देश कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज शहर में चल रहे सड़क मरम्मत कार्य का गहन निरीक्षण किया। कलेक्टर ने आवागमन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पीडब्ल्यूडी एवं नगर निगम को तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने आज ब्राम्हणपारा से होते हुए मानव मंदिर चौक, इमाम चौक, फरहद चौक में सड़क मरम्मत कार्य का जायजा लिया। कलेक्टर ने कहा कि सड़क मरम्मत के कार्य को प्राथमिकता देते हुए करना है। इस दौरान उनके साथ नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि शहर के 18 सड़कों में मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर के निर्देश पर जिले भर में लगभग 189 सड़कों का मरम्मत कार्य जारी है। लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग, एडीबी, नगर पालिक निगम, पीएमजेएसवाय, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना द्वारा मरम्मत का कार्य जारी है। ----------------------------------            दीपक वैष्णव       

#अजूबा_ही_नहीं, #एक_तिलिस्म_है_मानवी_शरीर .....

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💥 #अजूबा_ही_नहीं, #एक_तिलिस्म_है_मानवी_शरीर ..... अपनी अंगुलियों से नापने पर 96 अंगुल लम्बे इस मनुष्य शरीर में जो कुछ है, वह एक बढ़कर एक आश्चर्यजनक एवं रहस्यमय है। हमारी शरीर यात्रा जिस रथ पर सवार होकर चल रही है उसके प्रत्येक अंग-अवयव या कलपुर्जे कितनी विशिष्टतायें अपने अन्दर धारण किये हुए है, इस पर हमने कभी विचार ही नहीं किया। यद्यपि हम बाहर की छोटी-मोटी चीजों को देखकर चकित हो जाते हैं और उनका बढ़ा-चढ़ा मूल्याँकन करते हैं, पर अपनी ओर, अपने छोटे-छोटे कलपुर्जों की महत्ता की ओर कभी ध्यान तक नहीं देते। यदि उस ओर भी कभी दृष्टिपात किया होता तो पता चलता कि अपने छोटे से छोटे अंग अवयव कितनी जादू जैसी विशेषता और क्रियाशीलता अपने में धारण किये हुए हैं। उन्हीं के सहयोग से हम अपना सुरदुर्लभ मनुष्य जीवन जी रहे हैं। विशिष्टता हमारी काया के रोम-रोम में संव्याप्त है। आत्मिक गरिमा तथा शरीर की सूक्ष्म एवं कारण सत्ता को जिसमें पंचकोश, पाँच प्राण, कुण्डलिनी महाशक्ति, षट्चक्र, उपत्यिकाएँ आदि सम्मिलित हैं, की गरिमा पर विचार करना पीछे के लिए छोड़कर मात्र स्थूलकाय संरचना और उसकी क्षमता पर विचार क

दिवाली की तिथि के समय में यह सूर्य ग्रहण का सूतक का लगने वाला है. यह खंडग्रास सूर्य ग्रहण है

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साल 2022 का अंतिम सूर्य ग्रहण दिवाली के अगले दिन यानि 25 अक्टूबर को लगने वाला है. वैसे पंचांग के अनुसार देखें तो कार्तिक आमवस्या तिथि में यानि दिवाली की तिथि के समय में यह सूर्य ग्रहण का सूतक का लगने वाला है. यह खंडग्रास सूर्य ग्रहण है राजनंदगांव छत्तीसगढ़  ग्रहण सूतक काल - प्रातः 4:51 Am ग्रहण स्पर्श - श्याम 4:51 pm मोक्ष एवं सूर्यास्त - शाम 5:29 pm ग्रहण काल सिर्फ 38 मिनट का है °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°                    दीपक वैष्णव       जिला उपाध्यक्ष ग्रामीण   छ.ग. मानव अधिकार संगठन         राजनांदगांव (छ.ग)    मोबाइल नंबर -7803030002

आज इस उम्दा कलाकार की बर्थ एनिवर्सरी पर आपके लिए लाए हैं उनके लिखे हुए 15 चुनिंदा डायलॉग्स.

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कादर ख़ान जो सिर्फ़ एक अभिनेता नहीं, बल्कि पूरा का पूरा इंस्टीट्यूट थे. वो जितने बेहतरीन अभिनेता थे, उतने ही उम्दा लेखक भी थे.उन्होंने मुक़द्दर का सिकंदर, अग्निपथ, सरफ़रोश कुली नं. 1 और कुली जैसी कई फ़िल्मों के लिए बेहतरीन डायलॉग्स लिखे हैं. आज इस उम्दा कलाकार की बर्थ एनिवर्सरी पर आपके लिए लाए हैं उनके लिखे हुए 15 चुनिंदा डायलॉग्स.          दीपक वैष्णव       जिला उपाध्यक्ष ग्रामीण   छ.ग. मानव अधिकार संगठन         राजनांदगांव (छ.ग)    मोबाइल नंबर -7803030002

मुख्यमंत्री श्री Bhupesh Baghel जीने छत्तीसगढ़ में दीपावली की सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप आज #धनतेरस पर अपने निवास के द्वार पर धान की झालर बांधने की रस्म पूरी की।- दीपावली के दौरान खेतों में नयी फसल पककर तैयार होने के बाद ग्रामीण धान की नर्म बालियों से कलात्मक झालर तैयार करते हैं।

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मुख्यमंत्री श्री Bhupesh Baghel जी ने छत्तीसगढ़ में दीपावली की सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप आज #धनतेरस पर अपने निवास के द्वार पर धान की झालर बांधने की रस्म पूरी की। - दीपावली के दौरान खेतों में नयी फसल पककर तैयार होने के बाद ग्रामीण धान की नर्म बालियों से कलात्मक झालर तैयार करते हैं।             दीपक वैष्णव       जिला उपाध्यक्ष ग्रामीण   छ.ग. मानव अधिकार संगठन         राजनांदगांव (छ.ग)    मोबाइल नंबर -7803030002

क्या आप जानते है कि केला 🍌 और नारियल 🥥 सनातनी हिन्दुओ के पूजा पाठ में खास स्थान क्यूं रखते है?

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क्या आप जानते है कि केला 🍌 और नारियल 🥥  सनातनी हिन्दुओ के पूजा पाठ में खास स्थान क्यूं रखते है? नारियल और केला ये दो ही ऐसे फल है जो किसी के जूठे बीज से उत्पन्न नही होते, मतलब अगर हमे आम का पेड़ लगाना है तो हम आम को खाते है और उसके बीज या गुठली को जमीन में गाड़ते है तो वह पौधे के रूप में उगता है, या फिर ऐसे ही गुठली निकाल के लगा दे तो भी वह उस पेड़ का बीज (जूठा या अंग) ही हुआ, लेकिन केले का या नारियल का पेड़ लगाने को केवल जमीन से निकला हुआ पौधा (ओधी) ही  लगाते है, जो की खुद में ही पूर्ण है,न किसी का बीज न हिस्सा, न जूठा, इसलिए भगवान को सम्पूर्ण फल अर्पित किया जाता है। हमारे पूर्वज कितने ज्ञाता थे, जो चीजे हमे आज तक पता नहीं वो पहले से जानते थे और उसका जीवन में इस्तेमाल कर जीवन पध्दति में ढाल लिए थे, जो हमे परंपरा से प्राप्त हुआ है, केवल हम उन्हे इस्तेमाल करते गए पर उनकी क्यों और क्या महत्ता है ये कभी भी जानने की कोशिश नही किये। अपनी संस्कृति, अपना गौरव🚩             दीपक वैष्णव       जिला उपाध्यक्ष ग्रामीण   छ.ग. मानव अधिकार संगठन         राजनांदगांव (छ.ग.     मोबाइल नंबर

धनतेरस के शुभ अवसर पर आराध्य बाला जी सरकार के दरबार में पूज्य गुरुदेव ने पूजन-अर्चन किया…और समस्त जनमानस के कल्याण की कामना की…

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धनतेरस के शुभ अवसर पर आराध्य बाला जी सरकार के दरबार में पूज्य गुरुदेव ने पूजन-अर्चन किया…और समस्त जनमानस के कल्याण की कामना की…   दीपक वैष्णव       जिला उपाध्यक्ष ग्रामीण   छ.ग. मानव अधिकार संगठन         राजनांदगांव (छ.ग.     मोबाइल नंबर -7803030002

रमा एकादशी व्रत का महत्व

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रमा एकादशी व्रत का महत्व और लाभ रमा एकादशी व्रत: शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2022 क्या है रमा एकादशी? हिन्दू मान्यताओं के अनुसार रमा एकादशी को सबसे शुभ और महत्वपूर्ण एकादशी माना जाता है। हिंदू कैलेंडर में, रमा एकादशी कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष के दौरान 11वें दिन मनाई जाती है। यह कार्तिक कृष्ण एकादशी या रम्भा एकादशी जैसे अन्य नामों से भी लोकप्रिय है, और दीवाली के त्यौहार से चार दिन पहले आती है। रमा एकादशी व्रत को सबसे महत्वपूर्ण एकादशी उत्सवों में से एक माना जाता है। धार्मिक रूप से बेहद खास इस एकादशी का व्रत मनुष्य को सभी पापों से मुक्त कर देता है। रमा एकादशी का यह उपवास सभी स्त्रियों और पुरुषों के लिए अत्यंत सौभाग्यप्रद एवं कल्याणकारी माना गया है। क्यों मनाई जाती है रमा एकादशी? माता लक्ष्मी को रमा भी कहा जाता है इसलिए कार्तिक मास की इस एकादशी को भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, मां लक्ष्मी के नाम पर ही इस एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है। इस व्रत के करने से भगवान श्री विष्णु के आशीर्वाद के साथ मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है, एवं व्रत करने वाल