कड़ी धूप हो या ठंड प्रतिदिन चैलेंज स्वीकार करती मितानिन सुमन साहू की प्रेरणादायी कहानी
दीपक वैष्णव…..बधाई हो! आप माँ बनने वाली हैं।यह खुशखबरी पूरे घर के वातावरण को आनंदित और भावविभोर कर देती है।गर्भावस्था के दौरान अंतिम पंक्ति में खड़ी मितानिन ही सच्चा दोस्त साबित होती है।जिन्हें हर पल परवाह होती है गर्भस्थ शिशु और माता की।मितानिन शब्द का शाब्दिक अर्थ ही “दोस्त” होता है।आज हम बात करेंगे राजनांदगाँव जिले की रहने वाली मितानिन (स्वास्थ्य कार्यकर्ता) सुमन साहू के बारे में जिन्होंने मातृ स्वास्थ्य,शिशु स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है।
1st खबर को सुमन साहू ने बताया कि दिन हो या रात किसी भी समय कोई महिला प्रसव पीड़ा से जूझ रही होती है हम बगैर समय गवाएं उनके पास पहुंच जाते है।माथे पर चिंता की लकीरें होने के साथ शुकुन भी होता है कि आने वाली पीढ़ियों के साक्षी बनने का मौका मिला है।मैं ईश्वर को हमेशा धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने मुझे यह सेवा के लिए यह अवसर दिया।आखिर मैं भी इसी समाज की हिस्सा हूं।
मैं हमेशा यही सोचती हूँ कि जिंदगी अनुशासन का दूसरा नाम है।इसीलिए अपने एक-एक पल का सदुपयोग करना सीख गई।काम और परिवार को संतुलन बनाकर समाज के लिए सकारात्मक कुछ करूँ यह मन मे हमेशा रहता है।बड़ा बेटा आर्मी में है जिससे मैं काफी कुछ सीखती हूं।आर्मी मतलब समय की सख्त पाबंदी जिसे मैं अपने कार्यक्षेत्र में लागू करती हूं।स्वास्थ्य की समस्या को लेकर जब मोबाइल की घण्टी बजती है मैं भी बेचैन हो जाती हूँ और तुरन्त मदद के लिए दौड़ती हूं।
मितानिन सुमन साहू कहती है कि आज मैं देखती हूँ ज्यादातर महिलाएं मानसिक अवसाद से पीड़ित है।मन का सीधा असर गर्भस्थ शिशु के ऊपर पड़ता है।इसीलिए हमेशा खुश रहे।खुशियों को खरीदने की जरूरत नही पड़ती और न ही किसी बाजार में मिलता है।बस थोड़ी मुस्कुराहट और ईश्वर के प्रति समर्पित भाव ही काफी है।जहां तक मेरी बात है छोटी-छोटी खुशियों को जीने मे भरोसा करती हूं। मैं रुकना नहीं चाहती। आखिरी सांस तक मैं अपने जुनून के साथ जीना चाहती हूं। हर पल का आनंद लेना चाहती हूं।
शासन की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं को घर घर तक पहुंचाने का जिम्मा मितानिन के हाथों में रहता है।कड़ी धूप हो या कड़कड़ाती ठंड हरेक मौसम में प्रतिदिन चैलेंज ही जीवन का हिस्सा होता है।पूरे भारत मे मितानिन ही स्वास्थ्य सुविधाओं की रीढ़ है।इन्हें जैसा मान सम्मान मिलना चाहिए वैसा नही मिल पाता।फिर भी सेवा कार्य मे निरन्तर लगे रहते है।1St खबर, सुमन साहू और उन्ही के जैसे कार्य करने वाली सभी मितानिनों को सैल्यूट करता है।
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